-अभी तक घोषित प्रत्याशियों में कोई महिला उम्मीदवार नहीं
हनुमानगढ़। लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने पर हर राजनीतिक दल ने खुशी जताई थी लेकिन टिकट देने के मामले में कांग्रेस और भाजपा, दोनों राजनीतिक दल खरे नहीं उतर हैं। खासतौर पर हनुमानगढ़ जिला इस मामले में खासा पिछड़ा नजर आ रहा है। जिले की पांच विधानसभा सीटों में से चार-चार सीटों पर कांग्रेस और भाजपा अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इन आठ उम्मीदवारों में से एक भी महिला उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है। अब सिर्फ संगरिया और हनुमानगढ़ विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा होनी बाकी है। आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने महिला शक्ति की नजर अब इन दो सीटों पर टिकी हुई है।
अब इन नामों पर है नजर
दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों से महिला उम्मीदवार को लेकर अब तीन नाम ही होड़ में हैं। हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से सुमन चावला का नाम भाजपा की टिकट की दौड़ में शामिल बताया जा रहा है। लंबे से तक कांग्रेस से जुड़ी रही सुमन चावला निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुकी है। हालांकि उन्होंने कुछ दिन पहले ही ही भाजपा ज्वाइन की थी। सूत्रों की माने तो हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट की दौड़ में वे अभी काफी पीछे हैं। उधर, संगरिया विधानसभा क्षेत्र से पूर्व उपजिला प्रमुख शबनम गोदारा और पूर्व विधायक परम नवदीप कांग्रेस की टिकट की दौड़ में शामिल रही हैं। वर्तमान राजनीतिक हालात में शबनम गोदारा को ही टिकट की दौड़ में शामिल माना जा रहा है। पिछले दो विधानसभा चुनाव हार चुकी शबनम गोदारा टिकट के लिए तीन कोणीय संघर्ष में फंसी हुई है और कांग्रेस आलाकमान के फैसले का ही इंतजार है।
कई महिला दावेदार पिछड़ी
कांग्रेस और भाजपा की टिकट के लिए जिले में कई महिला नेत्रियां होड़ में थीं, लेकिन पार्टी की अंदरूनी राजनीति में पिछड़ गई। संगरिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा नेत्री गुलाब सींवर प्रबल दावेदार थी लेकिन यहां भाजपा ने सीटिंग एमएलए गुरदीप शाहपीनी पर ही दांव लगाया है। इधर, पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक द्रोपती मेघवाल भाजपा से टिकट की होड़ में थी लेकिन यहां भी भाजपा ने वर्तमान विधायक धर्मेंद्र मोची पर ही भरोसा जताया। कांग्रेस की टिकट की होड़ में पिछड़ने वाली नेत्री सुमित्रा आर्य हैं जो नोहर से टिकट की मांग कर रही थी।